शुक्रवार, 12 अगस्त 2011

बदलते परिवेश में

बदलते परिवेश में चित्रकला विभाग
डॉ.लाल रत्नाकर 
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जब एक तरफ छात्रों की दौड़ बाज़ार की ओर हो गयी हो
तब लोक कलाओं की समझ और पकड़ उनके भीतर पैदा 
करना और उनको अमल करना उनकी समझ को दर्शाता है 
यही किया है इन छात्रों ने -

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